श्री लक्ष्मी पंचमी व्रत की कथा व पूजा विधि





श्री लक्ष्मी जिन्हें धन, वैभव, सुख-समृद्धि प्रदान करने वाली देवी माना जाता है. मान्यता है कि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है, व इन्हें प्रसन्न करने के लिये इस दिन पूजा के साथ-साथ दिन भर उपवास भी रखा जाता है.



घर में सुख-समृद्धि व धन प्राप्ति की कामना के लिये मां लक्ष्मी की उपासना का यह पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण है. आइये जानते हैं लक्ष्मी पंचमी की व्रत कथा व व्रत पूजा विधि के बारे में.



अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार वर्ष 2018 में श्री लक्ष्मी पंचमी व्रत 21 मार्च को है. इस दिन मां की पूजा करने व व्रत रखने से व्रती को मनोवांछित फल मिलता है. जीवन में धन की दिक्कत, नौकरी अथवा व्यवसाय में नाकामी हाथ लगती है तो मां लक्ष्मी की विशेष मंत्रोंच्चारण के साथ उपासना करें.



इस वीडियो को Like अवश्य करें, और हमसे जुड़े रहने के लिए नीचे दिए हुए सब्स्क्राइब बटन को दबाकर हमारे चैनल को सब्स्क्राइब करें जिस से नई विडियो की सूचना आप तक तुरंत पहुचें.

https://youtu.be/Ja0Muc0w_cs


17 मार्च — बेहद शुभ दिन — शनिदेव के प्रकोप को कम करने के लिए करें ये उपाय





17 मार्च को अमावस्या है, और इस दिन शनिवार भी है, जिसके चलते इस दिन अमावस्या और शनिवार का शुभ संयोग बन रहा है. जो अमावस्या शनिवार के दिन पड़ती है, उसे शनि अमावस्या कहते हैं. शनि अमावस्या, शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम दिन माना जाता है.  जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या फिर ढय्या चल रही होती है, कुछ उपाय करने से उसका प्रभाव कम हो जाता है. इस समय वृश्चिक,धनु और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है, जबकि वृष और कन्या राशि पर ढय्या का प्रभाव है. ऐसे में अगर इस शुभ संयोग में अपनी राशि अनुसार शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ उपाय किया जाय तो परेशानियां कम होती है.



मेष राशि के लोग शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं, और हनुमान चालीसा का पाठ करें.

वृष राशि वालों के ऊपर ढय्या का प्रकोप है, जिसके चलते राजा दशरथ द्वारा रचित, शनि स्त्रोत का पाठ करें.

मिथुन राशि के लोग शनि अमावस्या पर हनुमान जी को सिंदूर और लाल चोला चढ़ाएं.

कर्क राशि के लोग शनि अमावस्या के दिन, पीपल के वृक्ष पर प्रात: काल जल चढ़ाएं, और सायम् काल दीप दान करें.

सिंह राशि के लोग लोहे से बनी अंगुठी को, मध्यमा उंगली में पहने. शनि अमावस्या के दिन इसे पहनने का, सबसे शुभ दिन माना जाता है.

कन्या राशि के लोग, काली उड़द की दाल को गरीबों मं बांटे.

तुला राशि के लोग इस दिन, कुष्ठ रोगियों को भोजन कराएं, और दान में काली चीजों का दान करें.

वृश्चिक राशि के लोग शनि अमावस्या के दिन, शनि मंदिर जा कर वहीं पर स्थापित, शमी के पेड़ की पूजा करें.

धनु राशि के लोग इस दिन, खिचड़ी का दान करें, उत्तम रहेगा.

मकर राशि के लोग शनिदेव को खुश रखने के लिए, इस दिन 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें.

कुंभ राशि के लोग, शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं.

मीन राशि के लोग, शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं, और दीपक दान करें.

https://youtu.be/vyGUUeQyXqA

चैत्र नवरात्रि - जानिए किस मुहूर्त में करें कलश स्थापना





इस वीडियो में हम आपको चैत्र मास में आने वाले वासन्तिक नवरात्रि के तिथि मुहूर्त आदि के बारे में बताएँगे.



वर्ष की शुरुआत में आने वाले नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि, या वासन्तिक नवरात्रि कहा जाता है. इनमें नौ दिनों तक माता के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना होती है. वर्ष 2018 में चैत्र नवरात्रि 18 मार्च से शुरू हो रही है. हिंदू पञ्चांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि से ही नए वर्ष की शुरुआत हो जाती है. महाराष्ट्र में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत गुड़ी पाडवा से, और आन्ध्र प्रदेश एवं कर्नाटक में, उगादी से होती है. चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रियों के साथ ही, हिंदु नवसम्वत्सर शुरू हो जाता है. जो की हिन्दु कैलेण्डर का पहला दिवस होता है. अतः माँ शक्ति के भक्त, प्रथम दिन से अगले नौ दिनों तक, माँ शक्ति की पूजा कर वर्ष का शुभारम्भ करते हैं. भगवान राम का जन्मदिवस चैत्र नवरात्रि के अन्तिम दिन पड़ता है.



वर्ष 2018 में चैत्र नवरात्रि 18 मार्च से प्रारम्भ हो कर 25 मार्च तक रहेगी. प्रथम दिन घटस्थापना का मुहूर्त सुबह 06:31 से 07:46 तक रहेगा. प्रतिपदा तिथि  17 मार्च को सांय 6 बजकर 41 मिनट पर शुरु हो जाएगी. 25 को अंतिम नवरात्रि होगी, साथ ही इस दिन प्रभु श्री राम का जन्मोत्सव, यानी रामनवमी भी मनाई जायेगी. नवरात्रि व्रत के पारण की तिथि 26 मार्च को दशमी के दिन है.



इस वीडियो को Like अवश्य करें, और हमसे जुड़े रहने के लिए नीचे दिए हुए सब्स्क्राइब बटन को दबाकर हमारे चैनल को सब्स्क्राइब करें जिस से नई विडियो की सूचना आप तक तुरंत पहुचें.

मीन राशि का अप्रैल 2018 का भविष्यफल

इस माह मीन राशि के लोगों को, अपनी भाषा और शब्दों पर विशेष ध्यान देने की ज़रुरत है. क्योंकि इस वजह से, गलतफहमी होने की आशंका बन रही है. इस माह, आय बढ़ने के साथ-साथ खर्च भी बढ़ेंगे. यदि आप अपने बिजनेस का विस्तार करना चाहते हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत अच्छा साबित होगा, और आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे. पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव होने से आप थोड़ा तनाव महसूस करेंगे. जीवनसाथी के साथ वैचारिक मतभेद होने से छोटे-मोटे विवाद हो सकते हैं, इसलिए समय रहते हुए इन सभी समस्याओं को सुलझाने की कोशिश करें, वरना स्थिति और बिगड़ सकती है. इसके अलावा व्यक्तिगत समस्याओं के समाधान के लिए, आपको साहस दिखाते हुए पहल करनी होगी. अंत में बात करें आपके बच्चों की तो, इस अवधि में वे पढ़ाई-लिखाई में बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे. उनके बारे में ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन उनका ध्यान अवश्य ही रखना होगा.

अप्रैल माह के उत्तरार्ध में शनि आपकी राशि से दसवें स्थान में वक्री होंगे. इस समय आप पर काम का बोझ बढ़ सकता है. जो कार्य किसी कारण अटके हुए हैं, वह और भी लटक सकते हैं. माता के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी चिंताए बढ़ सकती हैं. रोमांटिक जीवन भी इस समय संघर्ष भरा हो सकता है.

https://youtu.be/y6OaK76U7bo